लोहागढ़ दुर्ग (Lohagarh Fort) : भरतपुर (राजस्थान,भारत)
1. निर्माता – लोहागढ़ दुर्ग के निर्माता महाराजा सूरजमल ( जाटो का हपलातून) है
2. लोहागढ़ दुर्ग श्रेणी - भूमि दुर्ग, पारिख दुर्ग तथा पारिध दुर्ग है।
3. इसका निर्माण 19 फरवरी 1733 ई. में महाराजा सूरजमल ने करवाया था|
4. राजस्थान का लोहागढ़ दुर्ग सबसे अंतिम दुर्ग है
5. भरतपुर के महाराजा रणजीत सिंह द्वारा अंग्रेजों के शत्रु जसवंत राव होल्कर को शरण देने के कारण अंग्रेजों ने सेनापति लेक के नेतृत्व में भरतपुर लोहागढ़ दुर्ग को जनवरी, 1805 में आकर घेरा दिया घेरा देने के बाद पाँच बार आक्रमण किया और विवश होकर अंग्रेजों को रणजीत सिंह से संधि करनी पड़ी और 17 अप्रैल, 1805 ई. को वापस लौटना पड़ा।
Lohagarh Fort : Bharatpur (Rajasthan, India)
1. Producer – The builder of Lohagarh fort is Maharaja Surajmal (Haplatoon of Jato)
2. Lohagarh Fort Range - Bhoomi Durg, Parikh Durg and Paridh Durg.
3. It was built by Maharaja Surajmal on 19 February 1733 AD.
4. Lohagarh Fort of Rajasthan is the last fort
5. Due to the shelter of the British enemy Jaswant Rao Holkar by Maharaja Ranjit Singh of Bharatpur, the British under the leadership of Senapati Lek came and besieged Bharatpur Lohagarh fort in January, 1805, attacked five times and forced the British to A treaty had to be made with Ranjit Singh and had to return on April 17, 1805.