✍️ सिंधु घाटी सभ्यता - यूपीएससी आईएएस और यूपीपीएससी मुख्य परीक्षा के लिए समसामयिकी लेख
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सन्दर्भ
हाल ही में हरियाणा तथा उत्तर प्रदेश के सात सिंधुघाटी स्थलों की खुदाई की गई। वहां के चीनीमिट्टी के वर्तनो में मवेशियों तथा भैंस के मांस सहित पशु उत्पादों के अवयव पाए गए हैं।
परिचय
● भारतीय इतिहास का प्रारम्भ सिंधु घाटी सभ्यता से माना जाता है ।यह सभ्यता लगभग 2500 ईसवी पूर्व भारत ,पाकिस्तान तथा अफगानिस्तान के क्षेत्रो में फैली थी।
● हाल ही में भारत के हरियाणा तथा उत्तर प्रदेश के सात सिंधुघाटी स्थलों की खुदाई की गई। जहाँ बड़ी संख्या में हड्डियां तथा चीनीमिट्टी के वर्तनो में मवेशियों तथा भैंस के मांस सहित पशु उत्पादों के अवयव पाए गए हैं। इसप्रकार सिंधु घाटी सभ्यता के लोगों के मांसाहारी होने के साक्ष्य पुष्ट हुए हैं।
सिंधु सभ्यता का विस्तार
पूर्वी पश्चिमी विस्तार :-
यह सभ्यता पश्चिम में सुत्कांगेदोर से पूर्व में आलमगीरपुर (उत्तर प्रदेश ) तक विस्तारित थी
उत्तरी दक्षिणी विस्तार
यह सभ्यता चिनाब नदी के किनारे मांडा से दक्षिण में भगतराव तक विस्तारित है। यद्यपि कुछ इतिहासकार सबसे दक्षिणी क्षेत्र के रूप मे दैमाबाद को मानते हैं।
सभ्यता का समय
3300 ई॰पू॰ से 1700 ई॰पू॰ तक, परिपक्व काल: 2550 ई॰पू॰ से 1750 ई॰पू। परन्तु ब्रिटेन स्थित नेचर पत्रिका में प्रकाशित शोध के अनुसार यह सभ्यता कम से कम 8000 वर्ष पुरानी है।
सिंधु सभ्यता की खोज
इस सभ्यता की खोज 1921 में जॉन मार्शल के नेतृत्व में दयाराम साहनी तथा माधवस्वरूप वत्स ने की थी।
सिधु घाटी सभ्यता के कुछ महत्वपूर्ण स्थल और उनकी पुरातात्विक प्राप्तिया :
● सिन्धु घाटी सभ्यता के लगभग 1100 केन्द्रों में से 924 केन्द्र भारत में है। इसके कुछ महत्वपूर्ण स्थल निम्न हैं।
● हड़प्पा (रावी नदी के तट पर ) - यह पाकिस्तान में अवस्थित है। यहाँ विशाल चबूतरों वाले छह अन्नागारों की 2 कतारें , लिंग और योनि के पाषाण प्रतीक , मातृदेवी की मूर्ति , लकड़ी की ओखली में गेहूं और जौ , पासा , ताम्र तुला और दर्पण पाए गए हैं । इसके अतिरिक्त यहाँ कांस्य धातु की बनी हिरण का पीछा करते हुए कुत्ते की मूर्ति और लाल बालुआ पत्थर से बना पुरुष धड़ भी पाया गया है।
● मोहनजोदड़ो (सिंधु नदी के तट पर ) :-यह भी पाकिस्तान में अवस्थित है। यहाँ वृहत् स्नानागार , शवाधान , दाढ़ी वाले पुजारी की मूर्ति , नर्तकी की प्रसिद्ध कास्य मूर्ति और पशुपति मोहर पाई गई है।
● स्टुवर्ट पिग्गाट ने हड़प्पा तथा मोहेंजोदड़ो को एक विस्तृत साम्राज्य की दो राजधानिया कहा है।
● धौलावीरा - यह भारत के गुजरात में स्थित है। यहाँ विशाल पानी के कुंड अद्वितीय जलदोहन प्रणाली , स्टेडियम , बाध और तटबध , विज्ञापन पट्टिका की भांति 10 बड़े आकार के संकेताक्षरों वाला अभिलेख पाया गया है। यह सबसे नवीनतम खोजा गया IVC शहर है । हाल ही में भारत सरकार ने इसे यूनेस्को में विश्व धरोहर स्थल में सम्मिलित करने का प्रस्ताव भेजा है।
● लोथल - गुजरात में स्थित यह नगर सिंधु सभ्यता के मैनचेस्टर के रूप में जाना जाता है। यह समुद्री व्यापार का महत्वपूर्ण स्थल था। यहाँ , गोदीवाड़ा , ( जहाज बनाने का स्थान ) , धान की भूसी , अग्नि वेदिकाए , चित्रित मृाण्ड , आधुनिक शतरंज , घोड़े और जहाज की टेराकोटा आकृति , कोण मापने वाले उपकरण इत्यादि प्राप्त हुए हैं ।
● राखीगढ़ी :- यह हरियाणा में स्थित है। यहां अन्नागार , कब्रिस्तान , नालियां , टेराकोटा की ईंटे मिली हैं । इसे हड़प्पा सभ्यता की प्रातीय राजधानी कहा जाता है । .
● रोपड - पंजाब में सतलज नदी के तट पर स्थित है । यहां अंडाकार गड्ढे में मानव शव के साथ दफन कुत्ता तथा तांबे की कुल्हाड़ी के साक्ष्य मिले हैं । यह स्वातंत्रयोत्तर खोजा गया पहला हड़प्पा स्थल है ।
● बालाथल और कालीबंगा - यह भारत के राजस्थान में स्थित है। यहाँ चूड़ी कारखाना , खिलौने , ऊंट की हड्डियां , अलंकृत ईटें , तथा अग्नि वेदिकाएं पाई गईं हैं ।
● सुरकोटदा - गुजरात अवस्थित इस नगर में घोड़े की हड्डियों का पहला वास्तविक अवशेष पाया गया है ।
● हरियाणा में बनवाली - यह सरस्वती नदी के तट पर अवस्थित था। यहाँ खिलौना हल , जौ , लाजवर्द , अग्नि वेदिया , अंडाकार आकार की बस्ती पाई गई है। यह अरीय गलियों वाला एकमात्र हड़प्पाई नगर है ।
● आलमगीरपुर - यमुना के तट पर स्थित यह नगर आधुनिक उत्तर प्रदेश का मेरठ क्षेत्र है। यह सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे पूर्वी स्थल है । यहाँ तांबे के बने हुए टूटे फलक , मिट्टी की बनी वस्तुएं पाईं गईं हैं।
● चनहुदड़ो :- यह बिना गढ़ बाला अकेला सिंध शहर । यह वर्तमान में पाकिस्तान में स्थित है । यहाँ लिपस्टिक का उपयोग पाया गया है ।
● कोट दीजी :- यह वर्तमान पाकिस्तान में स्थित है। यहाँ से टार , बैल और मां देवी की मूर्तियां खुदाई में पाई गई हैं ।
✍️ Indus Valley Civilization - Current Affairs Article for UPSC IAS & UPPSC Mains Exam
references
Recently seven Indus Valley sites in Haryana and Uttar Pradesh have been excavated. Components of animal products, including meat of cattle and buffalo, have been found in pottery there.
Introduction
● The beginning of Indian history is considered to be from the Indus Valley Civilization. This civilization was spread in the areas of India, Pakistan and Afghanistan around 2500 AD.
● Recently seven Indus Valley sites in Haryana and Uttar Pradesh of India were excavated. Where a large number of bones and ceramics have been found containing ingredients of animal products including cattle and buffalo meat. In this way, the evidence of the people of Indus Valley Civilization being non-vegetarian has been confirmed.
Expansion of Indus Civilization
East West Extension :-
This civilization extended from Sutkangedor in the west to Alamgirpur (Uttar Pradesh) in the east.
north south extension
This civilization extended from Manda on the banks of river Chenab to Bhagatrao in the south. Although some historians consider Daimabad as the southernmost region.
time of civilization
3300 BC to 1700 BC, Maturity Period: 2550 BC to 1750 BC But according to research published in Britain-based Nature magazine, this civilization is at least 8000 years old.
Discovery of the Indus Civilization
This civilization was discovered in 1921 by Dayaram Sahni and Madhavswaroop Vats under the leadership of John Marshall.
Some important sites of the Indus Valley Civilization and their archaeological findings:
● Out of about 1100 centers of Indus Valley Civilization, 924 centers are in India. Following are some of its important places.
● Harappa (on the banks of river Ravi) - It is located in Pakistan. Here 2 rows of six granaries with huge platforms, stone symbols of linga and vagina, idol of mother goddess, wheat and barley in wooden mortar, dice, copper balance and mirror have been found. Apart from this, a dog chasing a deer made of bronze metal and a male torso made of red sandstone have also been found here.
● Mohenjodaro (on the banks of the Indus River) :- It is also located in Pakistan. Here a large bathhouse, a funeral pyre, a statue of a bearded priest, a famous bronze statue of a dancer and a Pashupati seal have been found.
● Stuart Piggott has called Harappa and Mohenjodaro the two capitals of a vast empire.
● Dholavira - It is located in Gujarat, India. Here huge water tanks, unique water harvesting system, stadium, dam and embankment, 10 large size inscriptions like advertisement plaque have been found. This is the most recently searched IVC city. Recently, the Government of India has sent a proposal to UNESCO to include it in the World Heritage Site.
● Lothal - This city located in Gujarat is known as the Manchester of the Indus Civilization. It was an important center of maritime trade. Here, Godiwada, (ship building place), paddy husk, fire altars, painted pots, modern chess, terracotta figure of horse and ship, angle measuring instruments etc. have been found.
● Rakhigarhi :- It is situated in Haryana. Granaries, graveyards, drains, terracotta bricks have been found here. It is called the provincial capital of the Harappan civilization. ,
● Ropar - situated on the banks of Sutlej river in Punjab. Here evidence of a dog and a copper axe, buried with a human body, has been found in an oval pit. This is the first Harappan site discovered after independence.
● Balathal and Kalibanga - It is located in Rajasthan, India. Bangle factory, toys, camel bones, decorated bricks, and fire altars have been found here.
● Surkotada - The first real remains of horse bones have been found in this town located in Gujarat.
● Banawali in Haryana - It was situated on the banks of river Saraswati. Here toy plough, barley, lapis lazuli, fire altar, oval shaped settlement have been found. This is the only Harappan city with arterial streets.
● Alamgirpur - This city situated on the banks of Yamuna is Meerut region of modern Uttar Pradesh. This is the easternmost site of the Indus Valley Civilization. Here broken panes made of copper, objects made of clay have been found.
● Chanhudaro :- This is the only Sindh city without a citadel. It is currently located in Pakistan. Here the use of lipstick has been found.
● Kot Diji :- It is situated in present day Pakistan. From here idols of tar, bull and mother goddess have been found in the excavation.