"जहां तुमने लिखा है प्यार/वहीं लिख दो सड़क/फर्क नहीं पड़ता। मेरे युग का मुहावरा है/फ़र्क नहीं पड़ता" कविता की पंक्ति किसकी है
💐कुछ नए और उपयोगी तथ्य जो गाइडों में नहीं मिलेंगे। किन्तु परीक्षा में आएंगे💐
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💐नाटक में कार्यावस्था एवम अर्थप्रकृति को मिलाने वाला तत्व संधि है। संधियों के 5 प्रकार हैं - मुख, प्रतिमुख, गर्भ, विमर्श, निर्वहण
💐"जहां तुमने लिखा है प्यार/वहीं लिख दो सड़क/फर्क नहीं पड़ता। मेरे युग का मुहावरा है/फ़र्क नहीं पड़ता" कविता की पंक्ति किसकी है- केदारनाथ सिंह
💐"कविता में मैं सबसे अधिक ध्यान देता हूँ बिम्ब विधान पर" - केदारनाथ सिंह
💐मार्क्सवादी साहित्य चिंतन : इतिहास तथा सिद्धांत पुस्तक डॉ.शिवकुमार मिश्र की है।
💐साधारणीकरण का सर्वप्रथम प्रयोग भट्टनायक ने किया।
💐सानेट 14 पंक्तियों में सीमित गीतिकाव्य है। जिसका जन्म इटली में हुआ।
💐सरति-निरति सन्त साहित्य के प्रचलित पारिभाषिक शब्द हैं। जिनका अर्थ स्मृति-वैराग्यवृत्ति से लगाया जाता है।
💐सफी साधकों की चार अवस्थाएं मानी जाती हैं - शरीयत, तरीकत, हकीकत, मारिफ़त
💐पुस्तक नारी का मुक्ति संघर्ष - डॉ अमरनाथ एवम स्त्री संघर्ष का इतिहास - राधा कुमार
💐रामविलास शर्मा ने आधुनिक जातियों के निर्माण के लिए निम्न 4 तत्व माने हैं - सामान्य भाषा, सामान्य प्रदेश, सामान्य आर्थिक जीवन, सामान्य संस्कृति
💐"भारतेंदु से जो नवजागरण शुरू होता है वह नई परिस्थितियों में पुराने लोकजागरण का ही विकास है" - रामविलास शर्मा
💐रस्साकशी वीरभारत तलवार की रचना है। जो कि नवजागरण पर केंद्रित है।
💐राहुल जी का लघु उपन्यास 'कनैला की कथा' व्यक्ति केंद्रित न होकर स्थान केंद्रित है।
💐"जिस प्रकार आत्मा की मुक्तावस्था ज्ञानदशा कहलाती है, उसी प्रकार हृदय की मुक्तावस्था रसदशा कहलाती है"। - आचार्य रामचंद्र शुक्ल
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