मोहम्मद तुगलक को किस इतिहासकार ने पागल कहा था?Which historian called Mohammad Tughlaq a madman?

 📖 टॉप इतिहास प्रश्नोत्तरी सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए [ #TopHistory ➪ पार्ट 1 ]


Q. बुलंदीबाग कहां का प्राचीन स्थान था?

(A) कपिलवस्तु का

(B) पाटलिपुत्र का

(C) श्रावस्ती का


✅Explanation : बुलंदीबाग पाटलिपुत्र का प्राचीन स्थान था। बुलंदीबाग नामक प्राचीन स्थल मगध के समीप स्थित पाटलिपुत्र के लिए किया जाता है। यहां पर हुए उत्खनन में कुम्हार एवं बुलंदीाग से पाटलिपुत्र से संबंधित अभिलेखीय साक्ष्य मिले हैं। यहाँ की खुदाई 1896 से 1929 तक तीन बार सीए मिल्ज के नेतृत्व में की गई, जहाँ से मौर्यकालीन अवशेष मिले हैं। कुम्राहार (कुम्हरार) और बुलंदीबाग दोनों स्थल वर्तमान बिहार के पटना में स्थित हैं। कुम्हरार से अशोक के समय का अस्सी खम्भों वाला हॉल मिला है तो वहीं बुलंदीबाग की खुदाई से लकड़ी के बने विशाल नगर दुर्ग और भव्य परकोटे के अवशेष पाए गए। इसके अतिरिक्त संदलपुर में मिले लकड़ी के खम्भे, लोहानीपुर में मिली शुंगकालीन मूतियाँ आदि भी पटना से मिले पुरातात्विक साक्ष्य हैं।


Q. दीवान ए अमीर कोही विभाग की स्थापना किसने की?

(A) फिरोजशाह तुगलक

(B) बहलोल लोदी

(C) मुहम्मद-बिन-तुगलक


✅Explanation : दीवान ए अमीर कोही विभाग की स्थापना मुहम्मद-बिन-तुगलक ने की थी। यह विभाग कृषि सम्बन्धी सुधार के लिए स्थापित किया गया था, जिसका उद्देश्य फसल सुधार तथा कृषि विस्तार था, परन्तु इस कार्य हेतु नियुक्त 100 शिकदार अयोग्य थे और स्थानीय परिस्थितियों से अपरिचित थे, फलत: सम्पूर्ण धन, जो उन्हें इस निमित्त प्रदान किया गया था, व्यर्थ चला गया। उसने अकाल संहिता तैयार कराई तथा कृषकों को कृषि कार्यों हेतु तकावी ऋण दिए। मुहम्मद-बिन-तुगलक ने पुन: पैमाइश (भूमि की माप के आधार पर भू-राजस्व निर्धारण) को भू-राजस्व निर्धारण का आधार बनाया साथ ही उसने इजारेदारी (ठेके पर भू-राजस्व की वसूली करवाना) की मुकाता प्रथा को बढ़ावा दिया।


Q. मोहम्मद तुगलक को किस इतिहासकार ने पागल कहा था?

(A) आर.सी. जौहरी

(B) शफात अहमद खान

(C) माउंटस्टुअर्ट एल्फिंस्टन


✅Explanation : मोहम्मद तुगलक को इतिहासकार माउंटस्टुअर्ट एल्फिंस्टन ने पागल कहा था। जबकि इतिहासकार ईश्वरी प्रसाद ने 'मनोवैज्ञानिक इतिहास का उपयोग करते हुए यह सिद्ध किया था कि मुहम्मद बिन तुगलक पागल नहीं था, जैसा कि पहली बार एल्फिस्टन ने कहा था। बल्कि वह दिल्ली सल्तनत का सबसे योग्य एवं शिक्षित शासक था। वही मुहम्मद तुगलक के नकारात्मक पक्ष को दिखाते हुए बरनी कहता है कि वह जल्दबाज, गरम मिजाज और सलाहों को महत्त्व नहीं देता था। इब्नबतूता का कहना है कि वह अत्यधिक इनाम और दंड देता है। मुहम्मद-बिन-तुगलक की प्रसिद्धि का प्रमुख कारण उसकी विभिन्न योजनाएँ थीं, जो अपेक्षित रूप से सफल नहीं रहीं। इसको विरासत में एक विशाल साम्राज्य प्राप्त हुआ था और सुल्तान मुहम्मद-बिन-तुगलक स्वयं एक महान् योद्धा और सेनापति था, जिसने अपने पिता के काल में अनेक विजय अभियानों का नेतृत्व किया था। इसके बावजूद इसके शासन के उत्तरार्द्ध में अनेक विद्रोह हुए और अनेक राज्य स्वतन्त्र हो गए।


Q. गयासुद्दीन तुगलक का मकबरा कहां है?

(A) दिल्ली

(B) बिहार

(C) औरंगाबाद


✅Explanation : गयासुद्दीन तुगलक का मकबरा तुगलकाबाद, दिल्ली में है। 1325 ई. में बंगाल अभियान से लौटने पर हुए स्वागत समारोह में भवन गिरने से अफगनपुर नामक स्थान पर उसकी तथा उसके छोटे पुत्र की मृत्यु हुई थी। जबकि इब्न बतूता के अनुसार गयासुद्दीन की हत्या उसके पुत्र ज़ौना खाँ (मुहम्मद बिन तुगलक) द्वारा रचे गए षड्यंत्र के माध्यम से की गई। गयासुद्दीन तुगलक (गाजी मलिक) एक महत्त्वाकांक्षी शासक था, जिसने सुदूर दक्षिण तक सल्तनत पर प्रत्यक्ष नियन्त्रण स्थापित किया। वारंगल पहला दक्षिणी राज्य था, जिसे प्रत्यक्ष नियन्त्रण में लाया गया। इसको सुल्तानपुर कहा गया। गयासुद्दीन तुगलक के पुत्र जौना खाँ ने इन दक्षिणी अभियानों का नेतृत्व किया था और राजमुन्दरी अभिलेख में उसे दुनिया का खान कहा गया।


Q. गयासुद्दीन तुगलक की मृत्यु कैसे हुई थी?

(A) भवन गिरने से

(B) षड्यंत्र के माध्यम से

(C) युद्ध में


✅Explanation : गयासुद्दीन तुगलक की मृत्यु 1325 ई. में बंगाल अभियान से लौटने पर हुए स्वागत समारोह में भवन गिरने से हुई थी। यह अफगनपुर नामक स्थान था, जहां उसकी और उसके छोटे पुत्र दोनों की मृत्यु एक साथ हुई। इब्न बतूता के अनुसार गयासुद्दीन की हत्या उसके पुत्र ज़ौना खाँ (मुहम्मद बिन तुगलक) द्वारा रचे गए षड्यंत्र के माध्यम से की गई। गयासुद्दीन तुगलक का मक़बरा तुगलकाबाद में स्थित है। गयासुद्दीन तुगलक (गाजी मलिक) ने अपनी योग्यता और शक्ति के बल पर सत्ता पर अधिकार किया था। वह एक महत्त्वाकांक्षी शासक था, जिसने सुदूर दक्षिण तक सल्तनत पर प्रत्यक्ष नियन्त्रण स्थापित किया। वारंगल पहला दक्षिणी राज्य था, जिसे प्रत्यक्ष नियन्त्रण में लाया गया। इसको सुल्तानपुर कहा गया।

📖 टॉप इतिहास प्रश्नोत्तरी सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए [ #TopHistory ➪ पार्ट 1 ]   Q. बुलंदीबाग कहां का प्राचीन स्थान था?  (A) कपिलवस्तु का  (B) पाटलिपुत्र का  (C) श्रावस्ती का    ✅Explanation : बुलंदीबाग पाटलिपुत्र का प्राचीन स्थान था। बुलंदीबाग नामक प्राचीन स्थल मगध के समीप स्थित पाटलिपुत्र के लिए किया जाता है। यहां पर हुए उत्खनन में कुम्हार एवं बुलंदीाग से पाटलिपुत्र से संबंधित अभिलेखीय साक्ष्य मिले हैं। यहाँ की खुदाई 1896 से 1929 तक तीन बार सीए मिल्ज के नेतृत्व में की गई, जहाँ से मौर्यकालीन अवशेष मिले हैं। कुम्राहार (कुम्हरार) और बुलंदीबाग दोनों स्थल वर्तमान बिहार के पटना में स्थित हैं। कुम्हरार से अशोक के समय का अस्सी खम्भों वाला हॉल मिला है तो वहीं बुलंदीबाग की खुदाई से लकड़ी के बने विशाल नगर दुर्ग और भव्य परकोटे के अवशेष पाए गए। इसके अतिरिक्त संदलपुर में मिले लकड़ी के खम्भे, लोहानीपुर में मिली शुंगकालीन मूतियाँ आदि भी पटना से मिले पुरातात्विक साक्ष्य हैं।    Q. दीवान ए अमीर कोही विभाग की स्थापना किसने की?  (A) फिरोजशाह तुगलक  (B) बहलोल लोदी  (C) मुहम्मद-बिन-तुगलक    ✅Explanation : दीवान ए अमीर कोही विभाग की स्थापना मुहम्मद-बिन-तुगलक ने की थी। यह विभाग कृषि सम्बन्धी सुधार के लिए स्थापित किया गया था, जिसका उद्देश्य फसल सुधार तथा कृषि विस्तार था, परन्तु इस कार्य हेतु नियुक्त 100 शिकदार अयोग्य थे और स्थानीय परिस्थितियों से अपरिचित थे, फलत: सम्पूर्ण धन, जो उन्हें इस निमित्त प्रदान किया गया था, व्यर्थ चला गया। उसने अकाल संहिता तैयार कराई तथा कृषकों को कृषि कार्यों हेतु तकावी ऋण दिए। मुहम्मद-बिन-तुगलक ने पुन: पैमाइश (भूमि की माप के आधार पर भू-राजस्व निर्धारण) को भू-राजस्व निर्धारण का आधार बनाया साथ ही उसने इजारेदारी (ठेके पर भू-राजस्व की वसूली करवाना) की मुकाता प्रथा को बढ़ावा दिया।    Q. मोहम्मद तुगलक को किस इतिहासकार ने पागल कहा था?  (A) आर.सी. जौहरी  (B) शफात अहमद खान  (C) माउंटस्टुअर्ट एल्फिंस्टन    ✅Explanation : मोहम्मद तुगलक को इतिहासकार माउंटस्टुअर्ट एल्फिंस्टन ने पागल कहा था। जबकि इतिहासकार ईश्वरी प्रसाद ने 'मनोवैज्ञानिक इतिहास का उपयोग करते हुए यह सिद्ध किया था कि मुहम्मद बिन तुगलक पागल नहीं था, जैसा कि पहली बार एल्फिस्टन ने कहा था। बल्कि वह दिल्ली सल्तनत का सबसे योग्य एवं शिक्षित शासक था। वही मुहम्मद तुगलक के नकारात्मक पक्ष को दिखाते हुए बरनी कहता है कि वह जल्दबाज, गरम मिजाज और सलाहों को महत्त्व नहीं देता था। इब्नबतूता का कहना है कि वह अत्यधिक इनाम और दंड देता है। मुहम्मद-बिन-तुगलक की प्रसिद्धि का प्रमुख कारण उसकी विभिन्न योजनाएँ थीं, जो अपेक्षित रूप से सफल नहीं रहीं। इसको विरासत में एक विशाल साम्राज्य प्राप्त हुआ था और सुल्तान मुहम्मद-बिन-तुगलक स्वयं एक महान् योद्धा और सेनापति था, जिसने अपने पिता के काल में अनेक विजय अभियानों का नेतृत्व किया था। इसके बावजूद इसके शासन के उत्तरार्द्ध में अनेक विद्रोह हुए और अनेक राज्य स्वतन्त्र हो गए।    Q. गयासुद्दीन तुगलक का मकबरा कहां है?  (A) दिल्ली  (B) बिहार  (C) औरंगाबाद    ✅Explanation : गयासुद्दीन तुगलक का मकबरा तुगलकाबाद, दिल्ली में है। 1325 ई. में बंगाल अभियान से लौटने पर हुए स्वागत समारोह में भवन गिरने से अफगनपुर नामक स्थान पर उसकी तथा उसके छोटे पुत्र की मृत्यु हुई थी। जबकि इब्न बतूता के अनुसार गयासुद्दीन की हत्या उसके पुत्र ज़ौना खाँ (मुहम्मद बिन तुगलक) द्वारा रचे गए षड्यंत्र के माध्यम से की गई। गयासुद्दीन तुगलक (गाजी मलिक) एक महत्त्वाकांक्षी शासक था, जिसने सुदूर दक्षिण तक सल्तनत पर प्रत्यक्ष नियन्त्रण स्थापित किया। वारंगल पहला दक्षिणी राज्य था, जिसे प्रत्यक्ष नियन्त्रण में लाया गया। इसको सुल्तानपुर कहा गया। गयासुद्दीन तुगलक के पुत्र जौना खाँ ने इन दक्षिणी अभियानों का नेतृत्व किया था और राजमुन्दरी अभिलेख में उसे दुनिया का खान कहा गया।    Q. गयासुद्दीन तुगलक की मृत्यु कैसे हुई थी?  (A) भवन गिरने से  (B) षड्यंत्र के माध्यम से  (C) युद्ध में    ✅Explanation : गयासुद्दीन तुगलक की मृत्यु 1325 ई. में बंगाल अभियान से लौटने पर हुए स्वागत समारोह में भवन गिरने से हुई थी। यह अफगनपुर नामक स्थान था, जहां उसकी और उसके छोटे पुत्र दोनों की मृत्यु एक साथ हुई। इब्न बतूता के अनुसार गयासुद्दीन की हत्या उसके पुत्र ज़ौना खाँ (मुहम्मद बिन तुगलक) द्वारा रचे गए षड्यंत्र के माध्यम से की गई। गयासुद्दीन तुगलक का मक़बरा तुगलकाबाद में स्थित है। गयासुद्दीन तुगलक (गाजी मलिक) ने अपनी योग्यता और शक्ति के बल पर सत्ता पर अधिकार किया था। वह एक महत्त्वाकांक्षी शासक था, जिसने सुदूर दक्षिण तक सल्तनत पर प्रत्यक्ष नियन्त्रण स्थापित किया। वारंगल पहला दक्षिणी राज्य था, जिसे प्रत्यक्ष नियन्त्रण में लाया गया। इसको सुल्तानपुर कहा गया।    Top History Quiz For All Competitive Exams [ #TopHistory Part 1 ]    Q. Where was the ancient place of Bulandibagh?   (A) Kapilvastu   (B) Pataliputra   (C) Sravasti     Explanation: Bulandibagh was the ancient place of Pataliputra.  The ancient site called Bulandibagh is attributed to Pataliputra situated near Magadha.  In the excavation done here, archival evidence related to Pataliputra has been found from the potter and Bulandag.  The excavation here was done thrice from 1896 to 1929 under the leadership of CA Mills, from where Mauryan remains have been found.  Both Kumrahar (Kumhrar) and Bulandibagh sites are located in present-day Patna in Bihar.  Eighty-pillared hall of Ashoka's time has been found from Kumhrar, while the excavation of Bulandibagh found the remains of a huge wooden fortification and a grand wall.  Apart from this, wooden pillars found in Sandalpur, Shunga era idols found in Lohanipur etc. are also archaeological evidence found from Patna.     Q. Who established the department of Diwan-e-Amir Kohi?   (A) Firoz Shah Tughlaq   (B) Bahlol Lodi   (C) Muhammad-bin-Tughlaq     Explanation: The department of Diwan-e-Amir Kohi was established by Muhammad-bin-Tughlaq.  This department was established for the improvement of agriculture, the purpose of which was crop improvement and agricultural extension, but the 100 shikars appointed for this work were incompetent and were unfamiliar with the local conditions, as a result, all the money, which was given to them for this purpose.  , gone in vain.  He got the Famine Code prepared and gave Takawi loans to the farmers for agricultural work.  Muhammad-bin-Tughlaq again made metering (determination of land revenue on the basis of the measurement of land) as the basis of land revenue assessment and he also promoted the muqata system of ijaredari (recovery of land revenue on contract).     Q. Which historian called Mohammad Tughlaq a madman?   (A) R.C.  jeweler   (B) Shafat Ahmed Khan   (C) Mountstuart Elphinstone     Explanation: Mohammad Tughlaq was called mad by historian Mountstuart Elphinstone.  Whereas historian Ishwari Prasad used 'psychological history' to prove that Muhammad bin Tughlaq was not insane, as Elphiston had first said.  Rather he was the most capable and educated ruler of the Delhi Sultanate.  While showing the negative side of Muhammad Tughlaq, Barani says that he did not give importance to rashness, hot mood and advice.  Ibn Battuta says that he rewards and punishes excessively.  The main reason for the fame of Muhammad-bin-Tughlaq was his various plans, which did not succeed as expected.  It inherited a vast empire and Sultan Muhammad-bin-Tughlaq himself was a great warrior and general, who led many conquests during his father's time.  Despite this, there were many rebellions in the latter part of his rule and many states became independent.     Q. Where is the tomb of Ghiyasuddin Tughlaq?   (A) Delhi   (B) Bihar   (C) Aurangabad     Explanation: The tomb of Ghiyasuddin Tughlaq is in Tughlaqabad, Delhi.  In 1325 AD, he and his younger son died at a place called Afganpur due to the collapse of the building in the reception held on his return from the Bengal campaign.  Whereas according to Ibn Battuta Ghiyasuddin was killed through a conspiracy hatched by his son Zauna Khan (Muhammad bin Tughlaq).  Ghiyasuddin Tughlaq (Ghazi Malik) was an ambitious ruler who established direct control over the Sultanate to the far south.  Warangal was the first southern state to be brought under direct control.  It was called Sultanpur.  Jauna Khan, the son of Ghiyasuddin Tughlaq, led these southern campaigns and was called the Khan of the world in the Rajahmundry inscription.     Q. How did Ghiyasuddin Tughlaq die?   (A) Due to the collapse of the building   (B) through conspiracy   (C) in war     Explanation: Ghiyasuddin Tughlaq died in 1325 AD due to the collapse of the building at the reception on his return from the Bengal campaign.  It was a place called Afganpur, where both he and his younger son died together.  According to Ibn Battuta, Ghiyasuddin was killed through a conspiracy hatched by his son Zauna Khan (Muhammad bin Tughlaq).  The tomb of Ghiyasuddin Tughlaq is located in Tughlaqabad.  Ghiyasuddin Tughlaq (Ghazi Malik) had captured power on the strength of his ability and power.  He was an ambitious ruler, who established direct control over the sultanate to the far south.  Warangal was the first southern state to be brought under direct control.  It was called Sultanpur.


Top History Quiz For All Competitive Exams [ #TopHistory Part 1 ]


 Q. Where was the ancient place of Bulandibagh?

 (A) Kapilvastu

 (B) Pataliputra

 (C) Sravasti


 Explanation: Bulandibagh was the ancient place of Pataliputra.  The ancient site called Bulandibagh is attributed to Pataliputra situated near Magadha.  In the excavation done here, archival evidence related to Pataliputra has been found from the potter and Bulandag.  The excavation here was done thrice from 1896 to 1929 under the leadership of CA Mills, from where Mauryan remains have been found.  Both Kumrahar (Kumhrar) and Bulandibagh sites are located in present-day Patna in Bihar.  Eighty-pillared hall of Ashoka's time has been found from Kumhrar, while the excavation of Bulandibagh found the remains of a huge wooden fortification and a grand wall.  Apart from this, wooden pillars found in Sandalpur, Shunga era idols found in Lohanipur etc. are also archaeological evidence found from Patna.


 Q. Who established the department of Diwan-e-Amir Kohi?

 (A) Firoz Shah Tughlaq

 (B) Bahlol Lodi

 (C) Muhammad-bin-Tughlaq


 Explanation: The department of Diwan-e-Amir Kohi was established by Muhammad-bin-Tughlaq.  This department was established for the improvement of agriculture, the purpose of which was crop improvement and agricultural extension, but the 100 shikars appointed for this work were incompetent and were unfamiliar with the local conditions, as a result, all the money, which was given to them for this purpose.  , gone in vain.  He got the Famine Code prepared and gave Takawi loans to the farmers for agricultural work.  Muhammad-bin-Tughlaq again made metering (determination of land revenue on the basis of the measurement of land) as the basis of land revenue assessment and he also promoted the muqata system of ijaredari (recovery of land revenue on contract).


 Q. Which historian called Mohammad Tughlaq a madman?

 (A) R.C.  jeweler

 (B) Shafat Ahmed Khan

 (C) Mountstuart Elphinstone


 Explanation: Mohammad Tughlaq was called mad by historian Mountstuart Elphinstone.  Whereas historian Ishwari Prasad used 'psychological history' to prove that Muhammad bin Tughlaq was not insane, as Elphiston had first said.  Rather he was the most capable and educated ruler of the Delhi Sultanate.  While showing the negative side of Muhammad Tughlaq, Barani says that he did not give importance to rashness, hot mood and advice.  Ibn Battuta says that he rewards and punishes excessively.  The main reason for the fame of Muhammad-bin-Tughlaq was his various plans, which did not succeed as expected.  It inherited a vast empire and Sultan Muhammad-bin-Tughlaq himself was a great warrior and general, who led many conquests during his father's time.  Despite this, there were many rebellions in the latter part of his rule and many states became independent.


 Q. Where is the tomb of Ghiyasuddin Tughlaq?

 (A) Delhi

 (B) Bihar

 (C) Aurangabad


 Explanation: The tomb of Ghiyasuddin Tughlaq is in Tughlaqabad, Delhi.  In 1325 AD, he and his younger son died at a place called Afganpur due to the collapse of the building in the reception held on his return from the Bengal campaign.  Whereas according to Ibn Battuta Ghiyasuddin was killed through a conspiracy hatched by his son Zauna Khan (Muhammad bin Tughlaq).  Ghiyasuddin Tughlaq (Ghazi Malik) was an ambitious ruler who established direct control over the Sultanate to the far south.  Warangal was the first southern state to be brought under direct control.  It was called Sultanpur.  Jauna Khan, the son of Ghiyasuddin Tughlaq, led these southern campaigns and was called the Khan of the world in the Rajahmundry inscription.


 Q. How did Ghiyasuddin Tughlaq die?

 (A) Due to the collapse of the building

 (B) through conspiracy

 (C) in war


 Explanation: Ghiyasuddin Tughlaq died in 1325 AD due to the collapse of the building at the reception on his return from the Bengal campaign.  It was a place called Afganpur, where both he and his younger son died together.  According to Ibn Battuta, Ghiyasuddin was killed through a conspiracy hatched by his son Zauna Khan (Muhammad bin Tughlaq).  The tomb of Ghiyasuddin Tughlaq is located in Tughlaqabad.  Ghiyasuddin Tughlaq (Ghazi Malik) had captured power on the strength of his ability and power.  He was an ambitious ruler, who established direct control over the sultanate to the far south.  Warangal was the first southern state to be brought under direct control.  It was called Sultanpur.

एक टिप्पणी भेजें

Please Select Embedded Mode To Show The Comment System.*

और नया पुराने