मुख्यपृष्ठ आज का विचार byhttps://tathagathelp.blogspot.com -शुक्रवार, जनवरी 15, 2021 0 गति प्रबल पैरों में भरीफिर क्यों रहूं दर दर खडाजब आज मेरे सामनेहै रास्ता इतना पडाजब तक न मंजिल पा सकूँ,तब तक मुझे न विराम है,चलना हमारा काम है। Facebook Twitter