हिन्दी का मानक उच्चारण

 🎤 हिन्दी का मानक उच्चारण

🎤 हिन्दी का मानक उच्चारण     हिन्दी का मानक उच्चारण:-  1. संयुक्त वर्ण:- खड़ी पाई वाले व्यंजनो का संयुक्त रूप खड़ी पाई का हटा कर बनाना चाहिए जैसे :- ख्याति, कच्चा, छज्जा, न्याय, प्यास, सभ्य, रम्य, उल्लेख, श्लोक,राष्ट्रीय,ध्वनि ।    2. विभक्ति चिह्न: - विभक्ति चिह्न  को संज्ञा शब्दों से अलग करके लिखना चाहिए, जैसे:- गीता ने, राम से , सीता को आदि।  - सर्वनाम शब्दों में विभक्ति चिह्न को साथ  मिलाकर लिखते है जैसे:- उसने, उसको, उससे ।  - सर्वनाम में यदि दो विभक्ति चिह्न साथ में आए तो पहला मिलाकर दूसरा पृथक करके लिखा जाता है  जैसे:- इसमें से, उसके लिए    3. क्रिया पद:- संयुक्त क्रिया में सभी क्रियाए पृथक-पृथक लिखी जाती है   जैसे:- आ सकता है, बढ़ते चले  जा रहे है, खेला करेगा, खाया करता है,  घूमता रहेगा आदि।    4. संयोजक चिह्न:- (-) हाइफन – द्वन्द्व समास में इसका प्रयोग होता है जैसे:- दिन-रात, हँसी-मजाक, चाल-चलन, लेन-देन, शिव-पार्वती, खाना-पीना, खेलना-कूदना ।  - सा, जैसा आदि से पूर्व संयोजक चिह्न रखा जाए, जैसे :- तुम-सा, मोटा-सा, कौन-सा, चाकू-से ।  - तत्पुरूष समास में संयोजक चिह्न का प्रयोग नहीं किया जाता है लेकिन जहाँ संयोजक चिह्न के  बिना अर्थ के स्तर में भ्रम होने की संभावना होती है वहा संयोजक चिह्न का प्रयोग होता है जैसे:- भूतत्व  में भू-तत्व लिखा जाता है।


हिन्दी का मानक उच्चारण:-

1. संयुक्त वर्ण:- खड़ी पाई वाले व्यंजनो का संयुक्त रूप खड़ी पाई का हटा कर बनाना चाहिए जैसे :- ख्याति, कच्चा, छज्जा, न्याय, प्यास, सभ्य, रम्य, उल्लेख, श्लोक,राष्ट्रीय,ध्वनि ।


2. विभक्ति चिह्न: - विभक्ति चिह्न

को संज्ञा शब्दों से अलग करके लिखना चाहिए, जैसे:- गीता ने, राम से , सीता को आदि।

- सर्वनाम शब्दों में विभक्ति चिह्न को साथ

मिलाकर लिखते है जैसे:- उसने, उसको, उससे ।

- सर्वनाम में यदि दो विभक्ति चिह्न साथ में आए तो पहला मिलाकर दूसरा पृथक करके लिखा जाता है

जैसे:- इसमें से, उसके लिए


3. क्रिया पद:- संयुक्त क्रिया में सभी क्रियाए पृथक-पृथक लिखी जाती है 

जैसे:- आ सकता है, बढ़ते चले

जा रहे है, खेला करेगा, खाया करता है,

घूमता रहेगा आदि।


4. संयोजक चिह्न:- (-) हाइफन – द्वन्द्व समास में इसका प्रयोग होता है जैसे:- दिन-रात, हँसी-मजाक, चाल-चलन, लेन-देन, शिव-पार्वती, खाना-पीना, खेलना-कूदना ।

- सा, जैसा आदि से पूर्व संयोजक चिह्न रखा जाए, जैसे :- तुम-सा, मोटा-सा, कौन-सा, चाकू-से ।

- तत्पुरूष समास में संयोजक चिह्न का प्रयोग नहीं किया जाता है लेकिन जहाँ संयोजक चिह्न के

बिना अर्थ के स्तर में भ्रम होने की संभावना होती है वहा संयोजक चिह्न का प्रयोग होता है जैसे:- भूतत्व

में भू-तत्व लिखा जाता है।

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