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📝The Poem:- शिक्षक♥️✨-शिक्षा का जो अथाह सागर होता ज्ञान का भी वो महासागर होता ऐसे शिक्षक को नमन सौ बार है बिना इनके तो राष्ट्र का भविष्य ही बेकार है✨

 📝The Poem:-  शिक्षक♥️✨


☀️शिक्षा का जो अथाह सागर होता

ज्ञान का भी वो महासागर होता

ऐसे  शिक्षक  को  नमन  सौ  बार है

बिना इनके तो

राष्ट्र का भविष्य ही बेकार है✨



गणित की गणना जो करना सीखाते

विज्ञान में प्रयोग करके हमको बताते

आयाम अनेको है इनके 

यह कभी इतिहास तो कभी 

भाषा का व्याकरण हमको पढ़ाते✨


जिनके होने से  गाँवो में जागरूकता आती

शिक्षा की अलख घर घर ज्योत जलाती

यह इनकी लगन और मेहनत अपार है

ऐसे शिक्षकों की सदा जय जयकार है


☀️छल  कपट  से जो  बचना  सीखाते

न्याय और सच पर जो चलना सीखाते

यही उनके जीवन का आधार है

ऐसे शिक्षकों के पास सदा पवित्र संस्कार है


कभी डांट से तो  , कभी प्यार से

कभी फटकार से और कभी पुचकार से

छात्रों को अनुशासन का गीत सीखाते है

विषम हालातो में भी यह, प्रीत निभाते है


बच्चो का दिल होता है कोरा कागज़

शिक्षक उसमे प्यार व शांति का रंग भरते है

वे तो बनाते सभी को एक नेक इंसान

यही मानवता का शुभ करम वे करते है


☀️समानता का वे गुण सिखलाते है

माता पिता से भी अधिक आदर पाते है

शिक्षक होते है ऐसे भाग्य निर्माता

वही तो  समाज का भविष्य बनाते है


कभी शांत  है तो कभी गंभीर

वो होता नही  है  कभी  अधीर

तभी तो पथप्रदर्शक वह सच्चा कहलाता है

शिक्षक है वही ,जो  कर्तव्यनिष्ठ बनाता है


🔴विफलता  से कभी तुम हारना नही

होकर  निराश, जीवन तुम  त्यागना नही

यह अदभुत ज्ञान वो सीखाते है

शिक्षक ही तो है

जो युवाओं को फौलाद बनाते है


🔴पतित भी एक दिन बन जाता पावन है

पतझड़ के बाद लौट आता फिर सावन है

ऐसी आशा अनमोल ,गुरु ही सीखाते है

यही है वो,जो कोयले को  हीरा बनाते है


☀️गरु ही तो सारथी है शिष्य के जीवन मे

जो हर चक्रव्यूह का व्यवधान मिटाते है

अटल,अविचल और तन्मय होकर

लक्ष्य पर करना है संधान ,सीखाते है


ऐसे सभी पवित्र आत्माओं को 

मिलकर हमसभी आज शीश झुकाते है

डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की लेकर यादे 


आओ हर दिन

शिक्षक दिवस मनाते है♥️✨

शिक्षक दिवस मनाते है♥️✨


                 🌻 धन्यवाद🌻


☀️:हमारे सभी शिक्षकों का धन्यवाद। 

बचपन से लेकर वर्तमान तक जिन्होंने हमे मार्गदर्शन दिया।

🔶हमारा अनुभव भी हमारा शिक्षक है


☀️ सच्चे महापुरुषों का कहना है कि यदि किसी राष्ट्र के पास माता-पिता और शिक्षक यदि यह 3 स्तम्भ अपने कर्तव्यों के प्रति सजग है। तो उस राष्ट्र की उन्नति होना अटल है✨♥️

📝The Poem:-  शिक्षक♥️✨   ☀️शिक्षा का जो अथाह सागर होता  ज्ञान का भी वो महासागर होता  ऐसे  शिक्षक  को  नमन  सौ  बार है  बिना इनके तो  राष्ट्र का भविष्य ही बेकार है✨      गणित की गणना जो करना सीखाते  विज्ञान में प्रयोग करके हमको बताते  आयाम अनेको है इनके   यह कभी इतिहास तो कभी   भाषा का व्याकरण हमको पढ़ाते✨    जिनके होने से  गाँवो में जागरूकता आती  शिक्षा की अलख घर घर ज्योत जलाती  यह इनकी लगन और मेहनत अपार है  ऐसे शिक्षकों की सदा जय जयकार है    ☀️छल  कपट  से जो  बचना  सीखाते  न्याय और सच पर जो चलना सीखाते  यही उनके जीवन का आधार है  ऐसे शिक्षकों के पास सदा पवित्र संस्कार है    कभी डांट से तो  , कभी प्यार से  कभी फटकार से और कभी पुचकार से  छात्रों को अनुशासन का गीत सीखाते है  विषम हालातो में भी यह, प्रीत निभाते है    बच्चो का दिल होता है कोरा कागज़  शिक्षक उसमे प्यार व शांति का रंग भरते है  वे तो बनाते सभी को एक नेक इंसान  यही मानवता का शुभ करम वे करते है    ☀️समानता का वे गुण सिखलाते है  माता पिता से भी अधिक आदर पाते है  शिक्षक होते है ऐसे भाग्य निर्माता  वही तो  समाज का भविष्य बनाते है    कभी शांत  है तो कभी गंभीर  वो होता नही  है  कभी  अधीर  तभी तो पथप्रदर्शक वह सच्चा कहलाता है  शिक्षक है वही ,जो  कर्तव्यनिष्ठ बनाता है    🔴विफलता  से कभी तुम हारना नही  होकर  निराश, जीवन तुम  त्यागना नही  यह अदभुत ज्ञान वो सीखाते है  शिक्षक ही तो है  जो युवाओं को फौलाद बनाते है    🔴पतित भी एक दिन बन जाता पावन है  पतझड़ के बाद लौट आता फिर सावन है  ऐसी आशा अनमोल ,गुरु ही सीखाते है  यही है वो,जो कोयले को  हीरा बनाते है    ☀️गरु ही तो सारथी है शिष्य के जीवन मे  जो हर चक्रव्यूह का व्यवधान मिटाते है  अटल,अविचल और तन्मय होकर  लक्ष्य पर करना है संधान ,सीखाते है    ऐसे सभी पवित्र आत्माओं को   मिलकर हमसभी आज शीश झुकाते है  डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की लेकर यादे     आओ हर दिन  शिक्षक दिवस मनाते है♥️✨  शिक्षक दिवस मनाते है♥️✨                     🌻 धन्यवाद🌻    ☀️:हमारे सभी शिक्षकों का धन्यवाद।   बचपन से लेकर वर्तमान तक जिन्होंने हमे मार्गदर्शन दिया।  🔶हमारा अनुभव भी हमारा शिक्षक है    ☀️ सच्चे महापुरुषों का कहना है कि यदि किसी राष्ट्र के पास माता-पिता और शिक्षक यदि यह 3 स्तम्भ अपने कर्तव्यों के प्रति सजग है। तो उस राष्ट्र की उन्नति होना अटल है✨♥️


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